परीक्षण: अभिक्षमता परीक्षण (Aptitude Test)
अभिक्षमता का अर्थ
अभिक्षमता का अर्थ किसी व्यक्ति की उस तत्परता, योग्यता, क्षमता या रूझान से है जो किसी कार्य या व्यवसाय में भावी सफलता पाने हेतु आवश्यक होती है तथा जिसका प्रस्फुटन शिक्षा एवं अभ्यास के द्वारा होता है। ऐसी प्रतिभा, योग्यता या क्षमता प्रायः जन्मजात होती है।
विंघम के शब्दों में अभिक्षमता "किसी विशिष्ट प्रशिक्षण के उपरान्त दिए गये क्षेत्र में कुछ ज्ञान का कौशल या प्रतिक्रियाओं के समुच्चय को अर्जित करने की किसी व्यक्ति की योग्यता को लाक्षणिक रूप से व्यक्त करने वाली विशेषता अथवा दशाओं का समुच्चय अभिक्षमता हैं।
विंघम ने अभिक्षमता की पांच प्रमुख विशेषताएं बतायी हैं-
1. किसी व्यक्ति की अभिक्षमता वर्तमान गुणों का समुच्चय हैं जो उसके भविष्य की क्षमताओं की ओर संकेत करती है।
2. अभिक्षमता किसी कार्य को करने में उसकी समुपयुक्तता (Fitruss) के भाव को व्यक्त करती है।
3. अभिक्षमता किसी मूर्त वस्तु या योग्यता का नाम न होकर एक अमूर्त प्रत्यय है जो व्यक्ति के सम्पूर्ण व्यक्तित्व के एक विशेष गुण को व्यक्त करती है।
4. अभिक्षमता वर्तमान में होने पर भी भविष्य की क्षमताओं का प्रतीक होती है ।
5. अभिक्षमता का रूचि, योग्यता एवं सन्तुष्टि से गहरा सम्बन्ध होता है।
अभिक्षमता का मापन :-
अभिक्षमता के मापन के लिए अभिक्षमता परीक्षणों का प्रयोग किया जाता है। फ्रीमैन के शब्दों में "अभिक्षमता परीक्षण वह है जिसकी रचना किसी विशेष प्रकार की तथा किसी सीमित क्षेत्र की क्रिया करने की मूलयोग्यता (Potential ability) का मापन करने के लिये की जाती है।
अभिक्षमता परीक्षण के प्रकार -
अभिक्षमता परीक्षण तीन प्रकार के होते हैं:-
1. सामान्य अभिक्षमता परीक्षण
इसके द्वारा सामान्य कार्यक्षमता का मापन किया जाता है। सामान्य अभिक्षमता परीक्षण प्रायः व्यक्ति की सामान्य बुद्धि, मानसिक योग्यता या सीखने की योग्यता का मापन करते हैं। इस वर्ग में सामान्य बुद्धि परीक्षण या मानसिक योग्यता परीक्षण जैसे सामान्य प्रकृति के मापन उपकरण रखे जाते हैं।
2. भेदक अभिक्षमता परीक्षण :-
इस प्रकार के अभिक्षमता परीक्षण में अनेक परीक्षणों का समूह होता है। ये श्रृंखला प्रकार के परीक्षण होते हैं। ये विभिन्न परीक्षण या उप-परीक्षण व्यक्ति की भिन्न-भिन्न क्षेत्रों की अभिक्षमताओं को इंगित करती हैं। जिन पर व्यक्ति के द्वारा प्राप्त अंकों का तुलनात्मक अध्ययन करके व्यक्ति की अधिक अभिक्षमता वाले क्षेत्रों को ज्ञात कर लिया जाता है। ये परीक्षण व्यक्ति की विभिन्न अभिक्षमताओं में विभेद करता है। इसलिये इसे भेदक अभिक्षमता परीक्षण (Differential Aptitude Test) कहते हैं। इस प्रकार के परीक्षण में मुख्यतः शाब्दिक बोध, आंकिक बोध, यान्त्रिक बोध, लिपिकीय क्षमता आदि से सम्बन्धित उप-परीक्षण होते हैं ।
विभेदक अभिक्षमता परीक्षण (DAT), सामान्य अभिक्षमता परीक्षण बैटरी (GATB), अभिक्षमता सर्वेक्षण (A.S.) तथा अभिक्षमता वर्गीकरण परीक्षण (ACT) आदि कुछ प्रमुख विदेशी अभिक्षमता परीक्षण है ।
3. विशिष्ट अभिक्षमता परीक्षण
किसी विशिष्ट क्षेत्र में व्यक्ति की अभिक्षमता का मापन करने के लिए प्रयुक्त किया जाता है। विशिष्ट क्षेत्रों में यान्त्रिक, संगीत, शिक्षण व चिकित्सा के क्षेत्र में योग्यताएं आती हैं।
इसके लिए यान्त्रिक अभिक्षमता परीक्षण, संगीत अभिक्षमता परीक्षण, शिक्षण अभिक्षमता परीक्षण तथा चिकित्सीय अभिक्षमता परीक्षणों का प्रयोग किया जाता है। इसके लिए कुछ विदेशी परीक्षण निम्नवत है-
i. हॉर्न कला अभिक्षमता सूची
. मियर कला परीक्षण
iiiग्रेवस डिजाइन निर्णय परीक्षण
iv. संगीत अभिक्षमता प्रोफाइल
V. सीशोर का संगीत प्रतिभा परीक्षण
vi.
vii. मिनिसोटा लिपिकीय परीक्षण
viii. बेनेट के यान्त्रिक बोध के परीक्षण
भारत में निर्मित प्रमुख अभिक्षमता परीक्षण
भारतवर्ष में भी कुछ अभिक्षमता परीक्षणों का निर्माण किया गया। यान्त्रिक अभिक्षमता परीक्षण, लिपिकीय अभिक्षमता परीक्षण, वैज्ञानिक अभिक्षमता परीक्षण माला, अध्यापन अभिक्षमता परीक्षण आदि का निर्माण किया गया।