हिन्दी व्याकरण प्रश्न उत्तर भाग 06
हिन्दी व्याकरण प्रश्न उत्तर भाग 06
प्रश्न 1. प्रत्यय से क्या अभिप्राय हैं ?
उत्तर- प्रत्यय का सरल भाषा में अभिप्राय यह है कि यह शब्दों अथवा धातुओं के अन्त में लगाये जाते हैं। प्रत्यय शब्द का निर्माण दो शब्दों से हुआ है। प्रति + अय। 'प्रति' का अर्थ है 'साथ में तथा अय का अर्थ चलने वाला होता है। इस तरह प्रत्यय का अर्थ हुआ शब्दों के साथ चलने वाला।
जैसे- दया + वान = दयावान
प्रश्न 2. उपसर्ग की परिभाषा दीजिए एवं भेद लिखो।
उत्तर- उपसर्ग हमेशा शब्दों के पहले जोड़े जाते हैं। इन के जुड़ने से शब्दों में विशेष परिवर्तन हो जाता है अत: हम कह सकते हैं जो शब्दांश शब्दों से पूर्व जुड़कर अर्थ को बदल देते हैं, वे उपसर्ग कहलाते हैं।
उदा., अभि + कर्ता = अभिकर्ता - प्रतिनिधि, एजेंट अभि + घात = अभिघात - चोट पहुँचाना, प्रहार
प्रश्न 3. निबन्ध की परिभाषा दीजिए।
उत्तर- निबन्ध का अर्थ होता है, बंधा हुआ, कई विद्वान इसे 'बन्धन' की संज्ञा भी देते हैं। किसी भी विषय पर एक सुचारू रूप से योजना बनाकर रोचक, आकर्षक एवं सरल एवं स्पष्ट शब्दों में अपने विचारों को व्यवस्थित तरीके से बाँधना या प्रकट करना ही निबन्ध कहलाता है।
प्रश्न 4. निबन्ध के प्रकारों को समझाइए।
उत्तर- सामान्यत: निबन्ध चार प्रकार के होते हैं।
(1) वर्णनात्मक निबन्ध (Descriptive Essays)
(2) विचारात्य निबन्ध (Reflective Essays )
(3) व्याख्यात्मक निबन्ध (Narrative Essays)
(4) भावात्मक निबन्ध (Emotional Essays)
प्रश्न 5. हिन्दी में विलोम शब्द कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर- मुख्यत: विलोम (विपरीतार्थक) शब्द दो प्रकार के होते हैं।
(अ) पचलित विपरीतार्थक शब्द
(ब) स्वतन्त्र विपरीतार्थक शब्द
प्रश्न 6. प्रमुख विलोम के उदाहरण सहित समझाइए।
(2) अस्त- उदय
(3) लजीजा- बेशर्म
प्रश्न 7. मुहावरा क्या है?
उत्तर- किसी भाषा का अभ्यास करना, या असाधारण शब्द योजना ही मुहावरा कहलाता है। किसी विशेष लक्षणा एवं व्यञ्जना- द्वारा सिद्ध किया गया वाक्य या जो एक ही बोली जानेवाली भाषा में सदैव प्रचलित होता हो, जिसका अर्थ प्रत्यक्ष अर्थ से पूर्णतः विलक्षण हो, उसे हम मुहावरा कहते हैं।
प्रश्न 8. पृष्ठांकन से क्या अभिप्राय हैं?
उत्तर- जब किसी प्रारूपण को मूल-पत्र प्रेषक को लौटा कर, या उस पत्र को मूल रूप अथवा उसकी प्रतिलिपि तैयार कराके किसी मन्त्रालय को विचाराधीन मामले निपटाने हेतु भेजा जाए एवं अन्य कार्यालय को भी प्रतिलिपियों को भेजने की प्रक्रिया को ही पृष्ठांकन कहते हैं।
प्रश्न 9. 'आदेश' का प्रयोग क्यों और कब किया जाता हैं?
उत्तर- कार्यालय या मन्त्रालय के कर्मचारियों के लिए एक से अधिक कर्मचारियों को आदेशात्मक सूचनाएँ को पहुँचाने के लिए जब कोई आदेश जैसे नियुक्ति, छुट्टियों की स्वीकृति एवं पदवृद्धि आदि की सूचनाएँ दी जाती हैं । इसके अन्तर्गत सामान्य नियमों की सूचना भी इसके द्वारा दी जाती है।
प्रश्न 10. सरकारी और अर्द्ध-सरकारी पत्र में प्रमुख अन्तर बताइये ?
- शसकीय पत्रों का आदान प्रदान कार्यालयीन स्तर पर होता है, जबकि अर्द्धशासकीय पत्रों का आदान प्रदान दो अधिकारियों के मध्य अधिकारी स्तर पर होता
- शासकीय पत्रों का विषय एवं संबोधन सरकारी होता है, जबकि अर्द्धशासकीय पत्रों का है। विषय सरकारी होता है किंतु संबोधन असरकारी या निजी होता है।
- शासकीय पत्रों का प्रयोग सरकारी आदेशों व निर्देशों को प्रसारित करने के लिये तथा आवश्यकता अनुसार अलग-अलग मुद्दों की व्याख्या, विश्लेषण या टीका टिप्पणी करने के लिए किया जाता है। जबकि अर्द्धसरकारी पत्रों का प्रयोग अधिकारियों के बीच आपस में सलाह, विचार विमर्श अथवा जानकारी प्राप्त करने के लिए किसी अधिकारी का ध्यान लंबित प्रकरण के संबंध में विशेष रूप से आकृष्ट करने के लिये अथवा किसी अधिकारी के द्वारा कार्य में व्यक्तिगत रूचि लेकर शीघ्र पूरा करनो के लिये किया जाता है।
- शासकीय पत्रों की भाषा में ‘‘मुझे आदेश हुआ है या मुझे निर्देश हुआ है‘‘ वाक्यावली प्रयुक्त होती है, जबकि अर्द्धसरकारी पत्रों में ‘मुझे कहते हुए हर्ष होता है या मुझे सूचित करते हुए प्रसन्नता हो रही है।‘‘ आदि पदावली का प्रयोग किया जाता है।
प्रश्न 11. 'भाषा का रूप स्थिर है। व्याख्या कीजिए।
उत्तर- हिन्दी को गंगा की तरह माना गया है। हिन्दी में अन्य भाषा मिलकर गंगाजल की तरह बन जाता हैं, हिन्दी ने कभी भी अपना प्राकृत रूप नहीं बदला वह ज्यों की त्यों अपनी ही स्वाभाविक गति से बढ़ रही हैं, इसलिए भाषा को स्थिर रूप में परिभाषित किया गया है।
प्रश्न 12. समास की परिभाषा देकर उदाहरण सहित समझाइए ?
उत्तर- किसी भी दो या अधिक शब्दों के बीच (मध्य) की समस्त विभक्तियों के शब्दों का लोप होकर एक नए शब्द का निर्माण होता है, वह सामासिक पद कहलाता है। इन्हीं शब्दों के इस प्रकार के संयोग को ही 'समास' की परिभाषा या नाम दिया गया है।
दु: ख सुख - दु:ख और सुख देश + भक्त = देशभक्त
प्रश्न 3. भाषा क्या है?
उत्तर- भाषा मनुष्य की अभिव्यक्ति का सर्वाधिक महत्वपूर्ण एवं व्याक वाचिक माध्यम है।
प्रश्न 4. ध्वनि व शब्द में क्या अन्तर है?
उत्तर- ध्वनि भाषा की सबसे छोटी इकाई है, किन्तु अर्थ के उत्तर पर लघुतम इकाई शब्द है।
प्रश्न 5. भाषा की सटीक परिभाषा दीजिए।
उत्तर- भाषा वह साधन है जिसके द्वारा मनुष्य अपने विचारों अथवा भावों को बोलकर या लिखकर प्रकट करता है।
प्रश्न 6. सार्थक शब्दों का निर्माण किससे होता है?
उत्तर- सार्थक शब्दों का निर्माण ध्वनियों से होता है। भाषा के ये शब्द ध्वनि-प्रतीक होते हैं। किसी वस्तु विशेष हेतु
प्रश्न 7. लिपि क्या है?
उत्तर- भाषा की ध्वनियों को जिन लेखन चिन्हों द्वारा प्रकट किया जाता है, उन्हें लिपि कहते हैं।
प्रश्न 8. लिपि की सटीक परिभाषा दीजिए।
उत्तर- मौखिक ध्वनियों को लिखित रूप में प्रकट करने के लिए निश्चित किए गए चिन्हों को लिपि कहते हैं । ज्ञान, भाव, विचार, को स्थाई तथा विस्तृत बनाने हेतु मनुष्य को इसकी आवश्यकता होती है।
प्रश्न 9. देवनागरी लिपि का विकास किस लिपि हुआ है? इसकी मुख्य विशेषता बताइए?
उत्तर- देवनागरी लिपि का विकास प्राचीन ब्राम्ही लिपि से हुआ है। यह बहुत ही वैज्ञानिक लिपि है और बाँई से दाँई और लिखी जाती है।
प्रश्न 9. 'बोली' किसे कहते हैं?
उत्तर- स्थानीय व्यवहार में प्रयुक्त तथा अल्पविकसित रूप में प्रयोग की जाने वाली भाषा को ही 'बोली' कहते हैं। इसका न तो कोई मान्य लिखित स्वरूप होता है, न ही इसमें साहित्य की रचना होती है।
प्रश्न 10. उपभाषा किसे कहते हैं?
उत्तर- उपभाषा विस्तृत क्षेत्र में बोली जाने वाली उस भाषा को कहते हैं जिसमें साहित्य की रचना की जाती है। एक भाषा में अनेक उपभाषाएं हो सकती है। एक उपभाषा से अधिक बोलियाँ सम्मिलित होती हैं।
प्रश्न 11. व्याकरण किसे कहते हैं?
उत्तर- भाषा के सभी नियमों का अध्ययन जिस शास्त्र के अन्तर्गत किया जाता है उसे व्याकरण कहते हैं। व्याकरण में भाषा का शुद्ध व सर्वमान्य सवरूप निहित होता है।
प्रश्न 12. व्याकरण के प्रमुख अंगों के नाम बताइए?
उत्तर- व्याकरण के तीन मुख्य अंग होते हैं- ध्वनि, शब्द और वाक्या। ध्वनि को वर्ण भी कहा जा सकता है।
प्रश्न 13. हिन्दी की प्रमुख बोलियों के नाम लिखिए?
उत्तर- हिन्दी की प्रमुख बोलियाँ हैं- खड़ी बोली, हरियाणवी, ब्रजभाषा, बुन्देली, राजस्थानी, अवधी, छत्तीसगढ़ी, भोजपुरी, गढ़वाली, कुमाऊँनी, मालवी व दक्खिनी हिन्दी आदि।
प्रश्न 14. हिन्दी को राजभाषा का दर्जा कब दिया गया?
उत्तर- 14 सितम्बर, 1949 को हिन्दी को राजभाषा का दर्जा प्रदान किया गया। इसी दिन भारतीय संविधान सभा ने हिन्दी को भारतीय संघ की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था। संविधान के अनुच्छेद 343 के अनुसार भारत की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी है।
प्रश्न 15. 'वर्ण' किसे कहते हैं?
उत्तर- किसी भाषा की सबसे छोटी इकाई को वर्ण कहते हैं। मूलतः वर्ण मुख से निकली ध्वनियों के लिखित रूप होते हैं। वर्ण को विभक्त नहीं किया जा सकता ।
प्रश्न 16. 'वर्णमाला' से क्या आशय है?
उत्तर- वर्णों के व्यवस्थित समूह को वर्णमाला कहते हैं। प्रत्येक लिपि की निर्धारित वर्णमाला होती है और इसी की सहायता वाक्यों की रचना की जाती है।
प्रश्न 17. मानक भाषा क्या है?
उत्तर- मानक भाषा, वह भाषा है जो व्याकरण के नियमों एवं प्रचलित मान्यताओं के आधार पर शुद्ध, परिस्कृत व सर्वमान्य होती है।
प्रश्न 18. शब्द किसे कहते हैं?
उत्तर- वर्णों के संयोगसे रचित सार्थक समूह को शब्द कहते हैं। प्रत्येक शब्द का एक विशिष्ट अर्थ होता है, जैसे कमला.
प्रश्न 19. तत्सम् शब्द किसे कहते हैं?
उत्तर- हिन्दी भाषा के वे शब्द जो संस्कृत भाषा से ज्यों के त्यों ग्रहण किये गये हैं, उन्हें तत्सम् शब्द कहते हैं। उदाहरणार्थ- कन्या, आत्मा, तपस्वी आदि।
प्रश्न 220. तद्भव शब्द का क्या तात्पर्य है?
उत्तर- तद्भव शब्द का तात्पर्य उस शब्द से है जो मूल भाषा के अपभ्रंश के रूप में हिन्दी भाषा में प्रयुक्त होते हैं। हिन्दी में संस्कृत, पाली या प्राकृत भाषा के कई शब्द तद्भव रूप में प्रयोग किए जाते हैं यथा- संस्कृत का 'घृत' शब्द हिन्दी में घी के रूप में प्रयोग होता है।
प्रश्न 21. देशज शब्द से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- वे शब्द जो संस्कृत या अन्य परिष्कृत भाषा की अपेक्षा किसी ग्रामीण अथवा जनजातीय बोली से हिन्दी भाषा
प्रश्न 22. विदेशी या आगत शब्द किसे कहते हैं?
उत्तर- जो विदेशी भाषाओं के शब्द हिन्दी में प्रचलन के आधार पर सम्मिलित कर लिए गए हैं, उन्हें विदेशी या आगत शब्द कहते हैं। इनमें अंग्रेजी अरबी, फारसी, चीनी, पुर्तगाली तथा फ्रांसीसी आदि भाषाओं के शब्द विशेष उल्लेखनीय है। यथा- अंग्रेजी के डॉक्टर, कालेज, अफसर। अरबी फारसी के जमीन, आदमी इत्यादि शब्द।
प्रश्न 23. संकर-शब्द' किसे कहते हैं?
उत्तर- दो भिन्न भाषाओं के शब्दों को मिलाकर जो नए शब्द बनते हैं- उन्हें 'संकर शब्द' कहते हैं। हिन्दी के कुछ प्रचलित संकर- शब्दों के उदाहरण निम्नानुसार हैं
(1) हिन्दी और संस्कृत शब्दों के संयोग से निर्मित शब्द- वर्षगाँठ, कपड़ा-उद्योग, पूँजीपति आदि।
(2) संस्कृत और अंग्रेजी शब्दों के संयोग से निर्मित शब्द-रेडियोतरंग, रेलयात्री आदि।
(3) अरबी-फारसी व अंग्रेजी शब्दों के संयोग से निर्मित शब्द- बीमापालिसी, पार्टीपाटी एवं अफसरशाही आदि।
प्रश्न 24. एकार्थी शब्द का क्या अर्थ है?
उत्तर- जिन शब्दों का एक ही वाच्यार्थ होता है, उन्हें एकार्थी शब्द कहते हैं। यथा- अपराध, अनुराग एवं अर्चना आदि।
प्रश्न 25. अनेकार्थी शब्द का क्या आशय है?
उत्तर- वे शब्द जो प्रसंग के अनुसार एक से अधिक अर्थ प्रकट करते हैं, उन्हें अनेकार्थी शब्द कहते हैं। प्रसंग बदलने पर इनका अर्थ भी बदल जाता है। यथा- 'कर' शब्द के अर्थ हैं- हाथ, टैक्स व करना।
प्रश्न 26. 'समरूपी शब्द' किसे कहते हैं?
उत्तर- वे शब्द जो बोलने, लिखने व दिखने में समान होते हैं, किन्तु भिन्न भाषा के होने के कारण अलग-अलग अर्थ देते हैं, समरूपी शब्द कहलाते हैं। यथा- आम हिन्दी में 'आम' एक फल को कहते हैं, जबकि आम का अर्थ उर्दू में सामान्य होता है। यह दोनों ही अर्थों में हिन्दी में प्रयुक्त होता है।
प्रश्न 27. वचन किसे कहते हैं? इसके भेद बताइए।
उत्तर- शब्द के जिस रूप से उसके एक अथवा अनेक होने का बोध होता है, उपे वचन कहते हैं। इसके दो भेद होते है- एकवचन तथा बहुवचन
प्रश्न 28. 'कारक' की परिभाषा दीजिए।
उत्तर- जो क्रिया का जनक होता है उसे कारक कहते है। इस प्रकार महा अथवा सर्वनाम के जिस रूप से उसका सम्बन्ध क्रिया के साथ जाना जाता है, उसे कारक कहते है।
प्रश्न 29. सर्वनाम किसे कहते हैं?
उत्तर- संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द को सर्वनाम कहते हैं। यथा- मैं, तू, वह, आप आदि।
प्रश्न 30. सर्वनाम के कार्य और भेद लिखिए?
उत्तर- सर्वनाम का प्रमुख कार्य है वाक्यों में संज्ञा की पुनरावृत्ति को रोकना ताकि वाक्य की सुन्दरता और सरलता में बाधा उत्पन्न न हो। इसके निम्न छः भेद होते हैं। (1) पुरुषवाचक सर्व नाम, (2) निश्चयवाचक सर्वनाम, (3) अनिश्चय वाचक सर्वनाम, (4) प्रश्नवाचक सर्वनाम, (5) संबंध वाचक सर्वनाम तथा (6) निजवाचक सर्वनाम।
प्रश्न 31. विशेषण किसे कहते हैं? विशेषण व विशेष्य में क्या सम्बन्ध है?
उत्तर- संज्ञा अथवा सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द को विशेषण कहते हैं जैसे- एक किलो चीनी लाओ। इसमें 'एक किलो' शब्द 'चीनी' की विशेषता बता रहा है। अतः यह विशेषण है और 'चीनी' विशेष्य है। विशेषण सदा विशेष्य की विशेषता बताता है।
प्रश्न 32. विशेषण के भेद बताइए?
उत्तर- विशेषण के निम्न चार भेद होते हैं (1) गुणवाचक विशेषण, (2) परिमाणवाचक विशेषण,
(3) संख्या वाचक विशेषण तथा (4) सार्वनामिक विशेषण।
प्रश्न 31. परिमाणवाचक और संख्यावाचक विशेषण में क्या अन्तर है?
उत्तर- यदि विशेषण कोई गिनी जाने वाली वस्तु हो तो उसके साथ प्रयुक्त विशेषण संख्यावाचक माना जाता है, अन्यथा उसे परिमाणवाचक विशेषण माना जाएगा।
प्रश्न 32. उपसर्ग और प्रत्यय में क्या अन्तर है?
उत्तर- उपसर्ग किसी शब्द के पहले लगाया जाता है, जबकि प्रत्यय का प्रयोग शब्द के अन्त में किया जाता है।
प्रश्न 33. तुलना के आधार पर विशेषणों की कितनी समस्याएँ होती हैं?
उत्तर- तुलना के आधार पर विशेषणों की तीन अवस्थाएँ होती हैं- मूलावस्था, उत्तरावस्था तथा उत्तमावस्था।
प्रश्न 34. मूलावस्था क्या है?
उत्तर- मूलावस्था में किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान आदि की विशेषता बताई जाती है। इसमें किसी की तुलना नहीं की जाती है। जैसे- मोहन एक अच्छा लड़का है।
प्रश्न 35. उत्तरावस्था को समझाइए?
उत्तर- जब दो व्यक्ति, वस्तु अथवा स्थानों आदि की तुलना करते हुए किसी एक को कम या अधिक विशेष बताया जाता है तो वह अवस्था विशेषण की उत्तरावस्था कहलाती है। जैसे- राहुल सचिन से अधिक अच्छा है।
प्रश्न 36. विशेषण की उत्तमावस्था किसे कहते हैं?
उत्तर- जब दो या दो से अधिक व्यक्तियों, वस्तुओं अथवा स्थानों की तुलना करके किसी एक को सर्वाधिक विशिष्ट बताया जाता है तो वहाँ विशेषण की उत्तमावस्था होता है। जैसे- छात्रों में सर्वोत्तम छात्र दिनेश है।